इक्विटी म्युचुअल फंड की हर तीन में से एक योजना पांच साल की अवधि में जोखिम समायोजन के आधार पर अपने बेंचमार्क को मात देने में कामयाब रही। इन्फॉर्मेशन रेश्यो से यह जानकारी मिली जो एक ऐसा प्रदर्शन मानक है जिसे फंडों ने देर से प्रकाशित करना शुरू किया है।

इन्फॉर्मेशन रेश्यो यानी आईआर बताता है कि निवेश प्रबंधक ने कितना जोखिम उठाया और बेंचमार्क के सापेक्ष कितने प्रभावी तरीके से अतिरिक्त रिटर्न सृजित किया है। आईआर सामान्यत: 1.5 से -1.5 के दायरे में होता है। जितना ज्यादा आईआर होता है, उतना ही फंड मैनेजर का बेहतर प्रदर्शन होता है।

आनंद राठी वेल्थ के संयुक्त सीईओ फिरोज अज़ीज ने कहा, ज्यादा यानी ऊंचा आईआर संकेत देता है कि फंड मैनेजर बेंचमार्क के सापेक्ष रिटर्न सृजित करने में ज्यादा कुशल है। कम आईआर बताता है कि बेंचमार्क के मुकाबले फंड का प्रदर्शन कमजोर है। पिछले पांच साल में सेक्टोरल और थीमेटिक फंडों को छोड़कर 208 सक्रिय इक्विटी योजनाओं में से केवल 62 का आईआर सकारात्मक रहा है।

इक्विटी फंड श्रेणियों में स्मॉलकैप फंड का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है, और 21 में से केवल तीन योजनाएं बेहतर प्रदर्शन कर पाई हैं। लार्जकैप और मिडकैप फंडों का भी रिकॉर्ड खराब रहा है और 20 फीसदी से कम योजनाओं ने सकारात्मक आईआर दर्ज किया है।

हालांकि, तीन साल और एक साल के आंकड़े बेहतर तस्वीर पेश करते हैं। एक साल की अवधि के दौरान अधिकांश योजनाओं ने लार्जकैप को छोड़कर सभी श्रेणियों में बेहतर प्रदर्शन किया है। तीन साल की अवधि में अधिकांश लार्जकैप और मल्टीकैप योजनाओं ने बेंचमार्क से अधिक रिटर्न दिया है। निवेश सलाहकारों के अनुसार, उच्च आईआर फंड मैनेजर की शेयर चयन क्षमता और समय पर सेक्टर में बदलाव का नतीजा है।

प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के संस्थापक और सीईओ विशाल धवन ने कहा, फंड मैनेजर का शेयर चयन और आवंटन कौशल संभवतः ऊंचा सूचना अनुपात यानी आईआर बतता है और इसे हायर अपसाइड कैप्चर और लोअर डाउन कैप्चर अनुपात से मदद मिलती है।

आईआर की गणना पोर्टफोलियो रिटर्न और बेंचमार्क रिटर्न के अंतर को लेकर और फिर उसे अतिरिक्त रिटर्न के मानक विचलन से विभाजित करके की जाती है। निवेश विशेषज्ञों का कहना है, हालांकि आईआर एक प्रमुख प्रदर्शन मानक है, लेकिन निवेशकों को योजनाओं का चयन करते समय अन्य कारकों पर भी विचार करना चाहिए।

अज़ीज ने कहा, निवेशकों को फंड के शार्प रेश्यो, अल्फा और बीटा जैसे अन्य मापदंडों के मूल्यांकन पर भी गौर करना चाहिए ताकि विभिन्न बाजार चक्रों में फंड के प्रदर्शन की क्षमता और दीर्घावधि में लगातार परिणाम देने की क्षमता के बारे में अधिक जानकारी मिल सके।

इनक्रेड रिसर्च सर्विसेज की विश्लेषक मेघना लूथरा ने कहा, दीर्घ अवधि औसत आईआर फंड प्रदर्शन की बेहतर तस्वीर दे सकता है। उन्होंने कहा, जोखिम समायोजित रिटर्न फंड के सक्रिय प्रबंधन की गहन जानकारी देते हैं, जिससे फंड के चयन में सहायता मिलती है। हालांकि इसे देखने का बेहतर तरीका दीर्घ अवधि औसत आधार है। उद्योग ने भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के निर्देश पर आईआर डेटा का खुलासा शुरू किया है।

वेंचुरा के निदेशक जुजेर गबाजीवाला ने कहा, सभी एएमसी को आईआर डेटा का खुलासा करने के लिए कहना नियामक का अच्छा कदम है। योजनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए निवेशकों के लिए सही योजना का चयन करने में सक्षम होने के लिए अधिक जानकारी होना आवश्यक है।